दुर्गा पूजा को लेकर श्रद्धालुओं भारी संख्या में मां के दर्शन करने पंडालों में पहुंच रहे हैं। इस दौरान जिला प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। शहर के सभी प्रमुख पंडालों को सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से एक सेंट्रालाइज्ड कंट्रोल रुम से कनेक्टेड रखा जाएगा।
झारखंड हाईकोर्ट ने रांची शहर में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। कोर्ट ने ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम, 2000 के तहत आदेश पारित किया गया है। इसका अर्थ यह निकला कि रात 10 से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर, डीजे आदि पर पूरी तरह से रोक
रांची में एक सीआरपीएफ के पूर्व डीआईजी की पत्नी से 27.5 लाख की धोखाधड़ी का मामले सामने आया है। इस संबंध में महिला ने नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है
झारखंड में टेट परीक्षा पास पारा शिक्षक लगातार वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अब तक राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन, मुंडन कार्यक्रम के साथ मंत्री मिथिलेश ठाकुर, वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव के आवास पर प्रदर्शन कर चुके हैं।
अब रांची स्टेशन के पास आइआरसीटीसी का अपना बेस किचेन होगा। इसके बनने से यात्रियों को ताजा व स्वादिष्ट भोजन मिल पाएगा। अब तक यह किचन किराए के भवन में चल रहा था।
अब बड़े अपार्टमेंटों और सोसाइटी में भी मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। यह चुनावों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए नई पहल होगी। वैसे सोसाइटी और अपार्टमेंट, जहां मतदाताओं की संख्या पर्याप्त हो, वहां पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
राजधानी रांची में एक दवा व्यवसायी को उनके बेटा-बेटी के मेडिकल में एडमिशन के नाम पर 55 लाख ठग लिए गये हैं। दवा व्यवसायी अरविंद सिंह ने डोरंडा थाना में इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है।
बताया जा रहा है कि नवरात्रि में रांची को 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी ताकि त्योहार का रंग फीका ना पड़े।
रिम्स में बुधवार की शाम जूनियर डॉक्टरों द्वारा एक मरीज के परिजनों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद राष्ट्रीय युवा शक्ति की सदस्य धरने पर बैठे हैं।
जमीन घोटाला केस में रांची के होटवार जेल में बंद कारोबारी अमित अग्रवाल की जमानत पर फैसला 11 अक्टूबर को होगा।
शहर को जाम मुक्त बनाने को लेकर रांची पुलिस आये दिन सख्त कदम उठा रही है। जिसे लेकर रांची के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण मुक्त अभियान भी चलाया जा रहा है
रांची मे हर साल नाली में बह जाने से लोगों की मौत हो रही है। सरकारी तंत्रों की गलती का खामियाजा आम आदमी भुगतना पड़ रहा हैं। बता दें कि पिछले 22 सालों में शहर के नालों को बनाने और ढकने के लिए 400 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर दिए गए है।